ध्यान रखना है हमें स्वयं का, यही तो हमारी कलाकारी है। ध्यान रखना है हमें स्वयं का, यही तो हमारी कलाकारी है।
सोच रहा हुँ थोड़ा बदल के देखूँ फर्ज़ की क़ैद से निकल के देखूँ। सोच रहा हुँ थोड़ा बदल के देखूँ फर्ज़ की क़ैद से निकल के देखूँ।
यह ज़िन्दगी है कई रंग दिखलायेगी । यह ज़िन्दगी है कई रंग दिखलायेगी ।
उस पर मेरी उस पर मेरी
दिल की उमंगें देखो हुई जवाँ, आज फिर याद आया वो मेहरबाँ। दिल की उमंगें देखो हुई जवाँ, आज फिर याद आया वो मेहरबाँ।
बस अपनी काबिलियत जान प्यारे, और अपने कदम बढ़ा। बस अपनी काबिलियत जान प्यारे, और अपने कदम बढ़ा।